मेरा यकीन कितना सच्चा है पता नहीं,
वो सच है या धोका पता नहीं,
भर गया था उनके आने से मन का वो कोना ,
जो अब तक रहा था बहुत सूना,
हर कदम वो मेरे साथ चले ,
वो सच है या धोका पता नहीं,
भर गया था उनके आने से मन का वो कोना ,
जो अब तक रहा था बहुत सूना,
हर कदम वो मेरे साथ चले ,
ऐसा हमने कभी चाहा नहीं ,
कभी कभी छोटी सी रौशनी भी बहुत होती है ,
जीवन भर वो साथ चले ये जरुरी भी नहीं,
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