कभी उदासी की छाव
कभी खुशी की धुप
बहुत हैरान करते हैं
पल पल बदलते जीवन के रूप
टूट कर जुड़ना
जुड़ के फिर से टूटना
जब तक सांस चलती है
ये क्रम चलता है
कभी आपका होना
निरर्थक सा लगता है
कभी आपके अपने
उसे अर्थपूर्ण बना देते हैं
हजरों लोगो से रोज़ मिलना
जिंदगी का हिस्सा है
कभी तन्हाई माय खुद से भी मिलना
अच्छा लगता है .
शूभ दिन
मंजुला
manjulaa , tumhaare vichaar bahut sundar hai inhen duniyaan ki najar naa lage yahi kaamanaa hai
ReplyDeletebahut sundar kavita.. very nice..
ReplyDeleteMeri nayi kavita : Tera saath hi bada pyara hai..(तेरा साथ ही बड़ा प्यारा है ..)
Banned Area News : Esha Deol Files Official Complaint Against RGV For Non-Payment Of Dues
Manjula ji, aapke ideas bahut achhe hain, inme jeevan ki mithas aur kadvahat dono chhipi hain. Aap yun hi likhte rahiye plz.
ReplyDeletenice lines.
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